आज के समय में कई लोगो से ऐसी शिकायत आ रही है की उन्हें कम राशन दिया गया या मुफ्त राशन नहीं दिया गया। मुफ्त राशन न मिलने या कम राशन मिलने जैसी अनेक शिकायते सामने आ रही है।
इन शिकायतों को देखते हुए पूर्ति विभाग ने एक फैसला लिया है। जिसके माध्यम से ऐसी समस्याओ को जड़ से खत्म किया जा सकेगा।
बता दे की अब पूर्ति विभाग प्रत्येक राशन कार्ड को मोबाइल से लिंक करेगा। ऐसा करने से सभी राशन कार्ड धारको के मोबाइल में अनाज वितरण का मेसेज आने लगेगा। इस मेसेज में कोटेदार द्वारा दिए गए अनाज का विवरण शामिल होगा। इस नवाचार से अब फर्जीवाड़े को रोका जा सकेगा।
मुफ्त में राशन ले रहे लाभार्थियों की सूचि में शामिल मृतक या विवाहित महिलाओ व अन्य अपात्रो के नाम हटाने के लिए एक बार फिर से सत्यापन शुरू किया गया है।
इस सत्यापन को कोटेदार ई पास मशीन से करेंगे और यह पूरी तरह से बायोमेट्रिक तरिके से होगा। इसमें हर कोटेदार प्रत्येक राशन कार्ड में मुखिया के आधार कार्ड में जुड़े हुए नंबर को दर्ज करेंगे।
इन सारी प्रक्रिया के बाद राशन कार्ड धारक के मोबाइल नंबर पर मैसेज अलर्ट एक्टिव ही जाएगा। हर महीने राशन वितरण की प्रक्रिया पूरी होते ही राशन कार्ड धारक के मोबाइल नंबर पर मेसेज के माध्यम से विवरण चला जाएगा की उसने कहाँ से राशन लिया, कब राशन लिया और कितना राशन लिया।
इसके अलावा राशन कार्ड धारक अपने राशन कार्ड में संशोधन भी करवा सकेंगे। राशन कार्ड धारक किसी भी कोटेदार से अपना ई-केवाईसी बिना किसी शुल्क के करवा सकते है।
बायोमेट्रिक के जरिए होगा सत्यापन
वे सभी लाभार्थी जिनके नाम राशन कार्ड में शामिल है उन सभी को कोटेदार के पास जाकर अपना बायोमेट्रिक करवाना होगा। ऐसा नहीं करने पर वे फ्री राशन से वंचित रह सकते है।
ऐसे लाभार्थियों को भी अपना अंगूठा लगाना होगा जो की लंबे समय से गल्ले पर राशन लेने नहीं आए है। पूर्ति विभाग ने ऐसे लोगो को संदिग्ध मानते हुए ई-केवाईसी की प्रक्रिया को शुरू किया है।
I have 2+ years of experience in writing content around topics Sarkari Jobs, Sarkari Yojana, Career, Education Updates etc.