राजस्थान सरकार ने स्कुल के छात्र-छात्राओं के लिए एक बड़ा ऐलान किया है। स्कुल में पढ़ने वाले ग्रामीण क्षेत्र के छात्र-छात्राओं के लिए खुशखबरी है। दरअसल, राजस्थान सरकार ने एक नई योजना शुरू की है जिसका नाम “ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना” है।
इस योजना के तहत राज्य सरकार ग्रामीण इलाके के स्टूडेंट को स्कुल आने जाने के लिए किराए के रूप में भत्ता प्रदान करेगी। हर साल यह भत्ता 3000 रुपए से 5400 रुपए तक दिया जाएगा। इस नए शिक्षा सत्र के शुरू होने के साथ ही स्कुल शिक्षा परिषद ने एक नया कदम उठाया है।
स्कुल शिक्षा परिषद ने ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना को लेकर दिशा निर्देश भी जारी किए है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना के बारे में पुरे विस्तार से बताने वाले है। आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े।
हर साल 5400 रुपए देने का किया प्रावधान
राजस्थान सरकार ने स्कुल के बच्चो के लिए एक बड़ा निर्णय लिया है। राज्य सरकार ने स्कुल के छात्र-छात्राओं को भत्ता देने के लिए ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना की शुरुआत की है। इस योजना से प्रदेश के कई सारे बच्चो को लाभ मिलेगा।
जानकारी के लिए बता दे की इस योजना का लाभ राज्य की 21 हजार 234 सरकारी स्कुल की छात्राओं को लाभ मिलेगा। इस योजना का लाभ प्रदेश के ग्रामीण इलाको में पढ़ने वाली सरकारी स्कुल की 9वीं और 10वीं कक्षा की छात्राओं को मिलेगा।
इसके अलावा कक्षा 1 से 8वीं तक की कक्षाओं के छात्र-छात्राओं को भी इस योजना का लाभ मिलेगा। ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना के तहत प्रत्येक प्रजेंस पर 20 रुपए की ट्रांसपोर्ट की सुविधा दी जाएगी। इस योजना के तहत हर छात्रा को अधिकतम 5400 रुपए दिए जाएंगे।
यह राशि छात्रा के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी। बता दे की ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना का लाभ केवल उन्ही छात्राओं को दिया जाएगा जिनके घर से स्कुल की दुरी कम से कम 5 किलोमीटर है।
प्रिंसिपल की रिपोर्ट के हिसाब से दिया जाएगा पैसा
शिक्षा विभाग द्वारा 9वीं और 10वीं कक्षा की छात्राओं को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है। इस योजना से 11वीं और 12वीं की छात्राए वंचित है। आने वाले समय में वंचित छात्राओं को भी लाभ देने का अनुमान लगाया जा सकता है। इस ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना का फायदा मॉडल स्कुल में पढ़ने वाली छात्राओं को भी दिया जाएगा।
बता दे की शिक्षा विभाग का कैलेंडर शिविरा पंचांग के हिसाब से कार्य दिवसों की गणना के आधार पर ट्रांसपोर्ट वाउचर योजना की राशि की स्वीकृति दी जाएगी। इसकी जिम्मेदारी स्कुल के प्रिंसिपल को देनी होगी। उनकी रिपोर्ट के अनुसार ही छात्राओं के पैसे स्वीकृत किए जाएंगे।
पहली कक्षा से आठवीं कक्षा के स्टूडेंट को भी मिलेगा फायदा
बता दे की पहली से आठवीं कक्षा के स्टूडेंट को 3000 रुपए का भत्ता हर साल दिया जाएगा। इस योजना का लाभ उन बच्चो को दिया जाएगा जो की ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं तक को कक्षा में अध्ययनरत है।
पहली से पांचवी तक के स्टूडेंट के घर से स्कुल की दुरी 1 किलोमीटर होनी चाहिए और छठी से आठवीं तक के स्टूडेंट की घर से स्कुल की दुरी 2 किलोमीटर होनी चाहिए। इस योजना का लाभ पहली से आठवी तक के छात्र और छात्राए दोनों ही लाभ ले सकते है। इस योजना के तहत स्टूडेंट को रोजाना की प्रजेंस के हिसाब से 15 से 20 रुपए का वाउचर दिया जाएगा।
अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील कुमार ने क्या कहा
अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील कुमार ने कहा की ग्रामीण क्षेत्र की छात्राओं के लिए यह एक बेहतरीन योजना है। इस योजना से छात्राए पढ़ने के लिए प्रोत्साहित होंगी।
वे छात्राए जो की घर से स्कुल की दुरी अधिक होने से शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाती है उन्हें इस योजना से फायदा मिलेगा। अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील कुमार ने कहा की इस योजना के दिशा निर्देश जारी कर दिए है। नए शिक्षा सत्र में पात्र छात्र छात्राओं को इस योजना का लाभ मिलेगा।
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